Archive | May 2020

चांदनी रात

शाम की बेला
अंबर मैं घूमेगा
चाँद चकोरा

  • आरती परीख २५.५.२०२०

આપણું

એક-બે પળ મળી; હળવાશથી માણીએ,
“તારું-મારું” જેવી વાત; કદી ન આણીએ.
_આરતી પરીખ ૨૦.૫.૨૦૨૦

जान

बेपनाह
प्यार से
भीगा हुआ
अहसास है,
ईसलिए
ही
रिश्तें
जानदार..
शानदार..
है।
-आरती परीख

क्षणिक

अल्प ही सही
हमारी मुलाकात
मस्त संध्या सी
-आरती परीख ६.५.२०२०