ठेका मिला है
बसंत शुरू करें
रंग-रोगन
~~बसंत आया
सज-धज के
मस्त बाग-बगीचे
~~
राहें गेरुआ
पत्ता पत्ता गेरुआ
बसंत यहाँ
~~बसंत रुप
फूलों पर नाचती
मृदु सी धूप
~~
दिल घराना
बसंत सुहावना
ईश्क तराना
~~सिकुड़ रही–
बसंत खिलते ही
छाया की काया
~~
फागुनी हवा-
महक यहाँ तहाँ
मौसम जवाँ
~~बसंत आया
महके जर्रा
जर्रा हर्षित धरा
~~
सूखा गुलाब
किताब में सिमटा-
बसंत राज
~~बच्चें बनाते
रेत लकीरें
खींच- बसंत फूल
~~
पैड़ बिछाये-
बसंत स्वागत में
पीली पत्तियां
~~
दिशाएँ पीत
हवा गुनगुनाती
वासंती गीत
©आरती परीख