मुंडी उठाये
चला था
पहाड़ी चढ़ने..
चट्टानों से टकरा गया
टूट कर
बरस गया
बिखर गया
अहंकारी बादल!
© आरती परीख १०.४.२०१८
Archive | April 10, 2018
વસંત
ડાળેડાળમાં
પીળાં ફૂલો પરોવે
વસંત રાજા
© આરતી પરીખ ૧૦.૪.૨૦૧૮
बुजुर्ग
आंधी तूफान
गुनगुनाती घूमे
सूखी पत्तियां
© आरती परीख १०.४.२०१८
प्रभात
नवल भोर
ललाट पे चमकें
सूरज गोल
©आरती परीख १०.४.२०१८