दोनों एक से
मौसम का मिज़ाज
आप की अदा
©आरती परीख २१.२.२०१८
Archive | February 21, 2018
धरा/धरती
आसमां धरा
अलौकिक चूंबन
ओस की बूंदें
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धरा को झाँके
बादलों की ओट में
चांद चकोरा
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रवि बांवरा-
बदरिया में छुपा
धरा को झांके
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बसंत आया
महके जर्रा जर्रा
हर्षित धरा
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धरा से जुड़े-
रंगीन कनकौए
आसमां चूमे
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सोना बांटते
प्रभा सूर्य किरणें
धरा चमकें
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श्रावण माह
हरी भरी चूनर
शोभित धरा
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सहरा धूप
दौड़ते मृगजल
निर्जल धरा
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व्योम में सजी
जलधर रंगोली
धरा प्रसन्न
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बादल टोली
भरने को आतुर
धराकी झोली
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सूरज डूबा
चांदनी में चहेके
धरा अंबर
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धरा गगन
भीगी भीगी गुफ्तगू
तृण सर्जन
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बूंद बूंद से
आभ धरा को चूमे
हवा जो रुठे
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घने बादल
जमी धूल हटाने
धरा बेचैन
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हाय री दैवा-
चांदनी से नहाती
धरती मैया
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क़ातिल हवा
ठिठुरती धरती
शीत आंगन
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बारिश थमी
भीगी सी धरती को
धूप चूंबन
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रवि-बादल
लुकाछिपी में मस्त
धरती त्रस्त
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तप्त धरती
परिषद में व्यस्त
घने बादल
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अंगारों पर
सुलगती धरती
ग्रीष्म कहर
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धूप चूनर
सूरज पहनावे
धरती तप्त
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महक उठें
पहली बारिश में
धरती मैया
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शीत लहर
श्वेत कंबल ओढ़े
धरती मैया
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नभ को चीर
धरती में समाई
दामिनीराणी
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मेह बरसा
नीली चादर तले
धरती सोयी
©आरती परीख
सूर्योदय
व्योम में डालें
आशा भरी पुड़िया
उषा किरणें
©आरती परीख २१.२.२०१८
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