वक्त बेवक्त
बेहद तड़पाये
ये इश्क इश्क
©आरती परीख १८.२.२०१८
Archive | February 18, 2018
परीक्षण
अपने खफा
वक्त भी है बेवफा
खुद को ढूँढ
©आरती परीख १८.२.२०१८
सुहाना शमा
Clicked in-between evening walk..
बिखर रही
सूरज की किरणें
सुहानी शाम
©आरती परीख
बीज
अहं बो रहे
औकात से अधिक
मान सम्मान
©आरती परीख १८.२.२०१८
वक्त
वक्त का मार
क्षीण होता ही चला
वक्त के साथ
©आरती परीख १८.२.२०१८
बुलंदी
बुलंदी को छू
मतलबी हो गया
बुलंद दिल
©आरती परीख १८.२.२०१८