तृण तृण में
शिशिर शबनम
मोती पिरोए
© आरती परीख ५.२.२०१८
Archive | February 5, 2018
गुरूर
चकनाचूर
सूरज का रुवाब-
बादल छाए
© आरती परीख ५.२.२०१८
सूर्योदय
रंग छिटके
सूरज की किरणें-
नभ सिंदुरी
© आरती परीख ५.२.२०१८
सूर्यास्त
रवि का ठेला
समंदर में गिरा-
सांझ की बेला
© आरती परीख ५.२.२०१८
ईश्क
दिल घराना
बसंत सुहावना
ईश्क तराना
© आरती परीख ५.२.२०१८
बसंत ऋतु
सिकुड़ रही–
बसंत खिलते ही
छाया की काया
© आरती परीख ५.२.२०१८
बसंत
फागुनी हवा-
महक यहाँ तहाँ
मौसम जवाँ
© आरती परीख ५.२.२०१८
शिशिर धूप
सुबह प्यारी-
कोहरे की सवारी
धूप पे भारी
©आरती परीख ५.२.२०१८