Archive | January 18, 2018

शाम

सूरज डूबा-
लहुलुहान पानी
अंधेरा छाया
© आरती परीख १८.१.२०१

रिश्ते-नाते

ईतना आसान कहां रिश्ते-नाते निभाना?!
खुद से खफा हो कर सबको खुश रखना!
© आरती परीख १८.१.२०१८

खामोशी

दिन-ब-दिन
अच्छे लोग खामोश
बिगड़ा जहाँ
© आरती परीख १८.१.२०१८