Archive | November 22, 2017

गझल

ओंस की बूंदें

लिख गई गझल

तृण तृण में

© आरती परीख २२.११.२०१७


શિયાળો

દિવસભર

શિયાળુ આ વાયરો-


ચાબખા મારે

© આરતી પરીખ

शिशिर

शिशिर ऋतु

लाल गुलाबी फूल-

डोरे डालते


© आरती परीख

हिमवर्षा

हिमप्रलय

श्वेत कम्बल ओढ़-

शहर सून

© आरती परीख