Archive | November 21, 2017

હિમ

કાતિલ હવા

શ્વેત ટોપી પહેરી-

પહાડો ઊભા

©આરતી પરીખ ૨૧.૧૧.૨૦૧૭

सत्य

भले ही सच बोलना बड़ा गुनाह साबित हुआ,

फ़रिश्ता था; सच्चाई से हमारे दिल को छूआ!

© आरती परीख 

वक्त

खर्च किया थोड़ा सा वक्त,

हालात बेहतर हो गए!

© आरती परीख

रुवाब

रूवाब ऐसा

नज़रों से छु लिया

दिल हमारा


© आरती परीख २१.११.२०१७

गुलाबी ठंड

धूप सवारी

छूमंतर हो गई

गुलाबी ठंड

© आरती परीख