Archive | November 6, 2017

मोज़िला

सुहाने लम्हें
खुदकुशी करती-
व्यथा वेदना
© आरती परीख ६.११.२०१७

मस्त मौला

वो मुस्कुराने की वजह ढूंढने में व्यस्त

हम बिना वजह भी मुस्कुराते हुए मस्त

© आरती परीख

प्यार का जादू

जबसे अपने-आप से प्यार करने लगे,

अजनबी भी प्यार से गले मिलने लगे!

© आरती परीख ६.११.२०१७


ख्वाहिश

क़त्ल करती-

छोटी-छोटी खुशियां

बड़ी ख्वाहिशें

© आरती परीख ६.११.२०१७