Archive | May 25, 2017

नगर

​रात या दिन

संघर्ष से जूझता

महानगर

© आरती परीख २५.५.२०१७

भूख

दीन का पेट

अमीर की ख्वाहिश

भूखे ही मिले

© आरती परीख २५.५.२०१७

प्रभात

कूकड कूक

सूरज सुलगाये

धूप अँगीठी

© आरती परीख २५.५.२०१७

मुर्गे की बांग

आँगन में नाचती

कोमल धूप 

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भोर की बेला

अंबर में घुमेगा

सूरज छैला

© आरती परीख २५.५.२०१७

नशा-ए-जिंदगी

​ठोकर खा खा कर होंसला बढ़ा,

अब जीने का असली नशा चढ़ा!

© आरती परीख २५.५.२०१७