Archive | May 8, 2017

मां

​तुलसी क्यारी

मुरझाई हुई सी

मां की याद में

_ आरती परीख ८.५.२०१७

ग्रीष्म

​कड़क धूप

बहुमज़ि भवन

चिपक खड़े

_ आरती परीख ८.५.२०१७ 

मुस्कुराहट

छूप के बैठी

मधुर मुस्कान में

सहनशक्ति

_ आरती परीख ८.५.२०१७

वाणी

​जुड़ के रखें

अनगिनत रिश्ते

मीठे दो बोल

_ आरती परीख ८.५.२०१७

मां

चलना शिखे
मां की ऊंगली थामे
मां को ही त्यागे
_आरती परीख ८.५.२०१७