Archive | April 24, 2017

वजुद

हवा के झोंके से

जो अपनों से

बिछड़ गए

हमनें

जरा सी पनाह दी

उन्होंने तो

अपने वजुद से

आशियाना महेंका दिया….

_ आरती परीख २४.४.२०१७

(पैड से गिरे फुल)