Archive | January 8, 2017

Snow

शीत लहर 

श्वेत कंबल ओढ़े 

धरती मैया 

_आरती परीख ८.१.२०१७


शबनम

निगल गई 

तप्त सूर्य किरणें 

ये शबनम

_ आरती परीख ८.१.२०१७

आक्रोश


स्त्री हुं; रास्तें पर मीला गोश्त का लोथड़ा नहीं,

अपनी निगाहें और नीयत पे काबू रख कर चले,

वरना उठेगा यह हाथ और आपका थोबडा नहीं!

_ आरती परीख ८.१.२०१७