Archive | November 10, 2016

मोजजा-ए-जींदगी

​मियाँका मिजाज़ है रंगीन,

मौसम भीे लग रहा संगीन,

यह जोरू अभी भी कमसिन

कैसे रहे जींदगी गमगीन?!

_ आरती परीख

My parents….